पापा कभी भी बच्चो के किसी भी फरमाइस को इग्नोर नहीं करते।
बेटी नाराज हो गयी ,पापा जाने लगे जब ऑफिस।बेटी जिद पर अड़ी रही एक्टिवा के लिए ,वो भी आज पापा ने मज़बूरी दिखाई ,पर बेटी माने तब न।
बेटी ने जिद में आकर पापा से बात करना बंद कर दी।
पापा बेचारे क्या करे ?
बहुत कोशिस की ,पापा ने ,ऑफिस से मनाने की।
पर बेटी फोन उठाये तब न।
मूड ख़राब हुवा पापा का ,छाती में दर्द होने लगा
immidiate गए boss के पास ,urjent loan ,पास करायी
showroom गये ,बेटी की खुशी के लिए activa खरीद ली।
बेटी को फिर फोन किया ये बताने के लिए की उसकी activa शाम तक घर आ रही है।
पर बेटी अब भी नाराज मुँह फुलाए बैठें थी ,जिद्दी थी।
पापा से अब भी नाराज थी
पापा शांत हो गये ,chest pain बढ़ने लगा।
activa तो पहुंच चुकी घर ,पर पापा का अटैक आ गया। ऑफिस में ही।
घर पर activa देख कर बहुत खुश हुई बेटी ,हद से ज्यादा।
पर पापा नहीं दिखे
पीछे - पीछे कोई एम्बुलेंस आ गयी ,
सब परेशान ,कौन है उसमे ,
बॉडी बाहर निकाली गयी
बेटी ने देखा, वो पापा थे ......
ऑफिस स्टाफ ने बताया
सुबह से बहुत परेशान थे
activa के लिए ,बेटी के लिए अर्जेन्ट लोन पास करवा के
activa तक बुक की ,घर पर बेटी को फोन किया ,
पर शायद बेटी नाराज थी ,इसलिए फोन नहीं उठाया।
ये अपसेट हो गए ,बेटी से बहुत प्यार करते थे।
फोन न उठाने के कारण ,उन्हें चेस्ट पैन होने लगा।
कुछ ही सेकण्ड में वही लेट गए.
वही पर ढेर हो गए ,
सोचिये ,उस वक्त बेटी की क्या हालत हुई होगी।
जार - जार रो रही थी
माफ़ कर दो पापा ,बहुत बड़ी गलती हो गयी मुझसे
मुझे नहीं पता ,पापा ,आप इस बेटी को इतना प्यार करते थे।
माफ़ कर दो पापा ,
पर अब क्या हो सकता था ?
activa बाहर खड़ी थी
पापा की डेड बॉडी भी वही थी
बेटी सिर्फ पछता रही थी अपने जिद पर ,पापा से नाराज हो कर।
काश ,वो फोन उठाती तो पापा आज जिन्दा होते।
हर बच्चे को चाहिए चाहे वो बेटा हो या बेटी डैड की सेलरी देखिये ,घर की इनकम देखिये ,घर की जरूरतों को देखिये
आप जो डिमांड करते हो
क्या आप के पापा कैपेबल है ,नहीं तो थोड़ा सब्र कीजिये
पापा कभी भी बच्चो के किसी भी फरमाइस को इग्नोर नहीं करते।
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