Cinchona Succirubra Pavon Exklotzsch - वनस्पति से प्राप्त रसायन मलेरिया ज्वर को रोकने वाली होती है।
मलेरियारोधी दवा कोरोना संक्रमित मरीजों को लेने की केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने की अपील।
Pic credit - Google/https://pixabay.com/ |
कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में काफी बढ़ोत्तरी होने के साथ कोरोना संक्रमित मरीज कुछ हद तक ठीक भी हो रहे है।
आईसीयू के संक्रमित मरीजों को मलेरियारोधी दवा हाइड्रोक्सीक्लोरोक्विन को एजीथ्रोमाइसिन के साथ देने की सिफारिस केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को किया है। और यह भी कहा की अभी तक पूर्ण रूप से इलाज के लिए कोई दवा नहीं बनी है। लेकिन कुछ दवाएं कोरोना संक्रमित मरीजों में असर कर रही है।
इससे पहले लोपिनाविर और रिटोनाविर दवा देने के लिए सुझाव दिया गया था। जबकी लोपिनाविर और रिटोनाविर दवाएं फिर हाल एंटी एचआईवी थी। जो कोरोना संक्रमित मरीजों को दिया जाता था। लेकिन अब इसे रोक दिया गया है क्योकि यह दवा कोरोना वायरस के संक्रमित मरीजों में कारगर साबित नहीं हुआ।
कोरोना वायरस के संक्रमित मरीजों के प्रबंधन के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को जारी अपडेट गाइडलाइन में यह भी कहा गया है की हाइड्रोक्सीक्लोरोक्विन और एजीथ्रोमाइसिन दवा, गर्भवती, प्रसूतिओ और 12 साल से कम उम्र के छोटे बच्चो के लिए नहीं है।
कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज की पहचान अगर जल्दी हो जाती है, तो इससे उसके बचने के काफी चांसेज होते है। इसमें किसी भी तरह की मरीज की लापरवाही उसके लिए खतरनाक साबित हो सकता है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें