मुझे तैरने दे या फिर बहना सिखा दे, अपनी रजा में अब तू रहना सीखा दे
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💔💔💔💔
किसी ने मुझसे पूछा तेरा अपना कौन है
मैंने मुस्कुरा कर कहा वक्त अच्छा तो
सब अपने वरना अपना कोई नहीं। 💕💕💕
💔💔💔💔
मुझे तैरने दे या फिर बहना सिखा दे,
अपनी रजा में अब तू रहना सीखा दे
मुझे शिकवा ना हो कभी भी किसी से
ऐ कुदरत ...............
मुझे सुख और दुःख के पार
जीना सीखा दे..............
मेरा मजहब तो ये दो हथेलियाँ बताती है.....
जुड़े तो "पूजा" और खुले तो "दुआ" कहलाती है। 💕💕💕
💔💔💔💔
किस्मत की एक आदत है की
वो पलटती जरूर है......
और जब पलटती है.......
तब पलट कर रख देती है। 💕💕💕
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