अरसा बित गया बिन देखे जाने अब वो कैसी होगी।
original
💔💔💔💔
जाने अब वो कैसी होगी
पागल वो कर देती होगी
अब भी जब वो हसती होगी।
काफी अरसा बीत गया है
जाने अब वो कैसी होगी।
वक्त की सारी कड़वी बाते
चुपचाप ही सहती होगी।
अब भीगी बारिस में वो
बिन छतरी के चलती होगी।
मुझसे बिछड़े अरसा बिता
अब वो किससे लड़ती होगी।
अच्छा था वो साथ ही रहते
बाद में वो भी कहती होगी।
अपने दिल की सारी बाते
खुद ही खुद से करती होगी।
मुझको तो बरबाद किया है
सायद वो भी रोती होगी।
मेरी गजले मेरी बाते
डायरी में वो लिखती होगी।
हिचकियों के दौरान वो अब भी
नाम मेरा ही लेती होगी।
जिस दिन उससे मिलना होगा
शाम भी उसके जैसे होगी।
जिन हाथो को मैंने चूमा
उनको अब तक तकती होगी।
सुन कर मेरा नाम वो शायद
एक लम्हे को चौंकती होगी।
आँखे नम भी होती होगी
यद् वो जब जब करती होगी।
अरसा बित गया बिन देखे
जाने अब वो कैसी होगी। 💕💕💕
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